सीबीआई की कार्रवाई : आईटीएटी के संगठित घूसखोर सिंडीकैट का खुलासा, ज्यूडिशयल मैम्बर समेत एडवोकेट और घूस देने का आरोपी गिरफ्तार
सर्च में मिली एक करोड़ से ज्यादा की नकदी
सीबीआई की जयपुर टीम ने आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण जयपुर में चल रहे बड़े स्तर पर रिश्वतखोरी के खेल का बुधवार को भंडाफोड़ किया है। संगठित तरीके से घूसखोरी के रैकेट में लिप्त ज्यूडिशियल मेम्बर समेत एडवोकेट और घूस देने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है।
जयपुर। सीबीआई की जयपुर टीम ने आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (आईटीएटी) जयपुर में चल रहे बड़े स्तर पर रिश्वतखोरी के खेल का बुधवार को भंडाफोड़ किया है। संगठित तरीके से घूसखोरी के रैकेट में लिप्त ज्यूडिशियल मेम्बर समेत एडवोकेट और घूस देने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। सीबीआई आईटीएटी के अन्य अफसरों की भूमिका के बारे में गहनता से जांच कर रही है। टीमें जयपुर-कोटा सहित नौ ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाकर पूरे नेटवर्क को तोड़ने का प्रयास कर रही है। घूस के लाखों रुपए हवाला के जरिए लिए थे जबकि सर्च में सीबीआई एक करोड़ रुपए से अधिक बरामद कर चुकी है।
तीनों को अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमाण्ड पर लिया है। सीबीआई सूत्रों के अनुसार जयपुर के सी-स्कीम निवासी ज्यूडिशियल सदस्य सीता लक्ष्मी आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण, एडवोकेट राजेंंद्र सिसोदिया और घूस देने वाले को गिरफ्तार किया है। रिश्वत लेने के आरोप झेल रहे असिस्टेंट रजिस्ट्रार आईटीएटी केसी मीना की भूमिका के बारे में सीबीआई जांच कर रही है। खुलासा हुआ कि घूस के साढ़े पांच लाख रुपए कोटा से हवाला के जरिए पहुंचे थे। सीबीआई ने कोटा में रेड मारी तो एक करोड़ 15 हजार रुपए बरामद हुए। टीम आरोपियों के यहां छापेमारी कर लेनदेन-घूसखोरी से जुड़े सबूतों को जब्त कर जांच में जुटी है।
आरोपी से अपील निपटारे के बदले ली घूस
सीबीआई ने इनपुट के आधार पर 25 नवंबर को मामला दर्ज कर अपीलों के निपटारे के एवज में आईटीएटी जयपुर की बेंच में मोटी घूसखोरी के खेल की जांच शुरू की। पीछे लगी सीबीआई टीम ने मंगलवार रात करीब 11 बजे एडवोकेट राजेंद्र सिंह को साढ़े पांच लाख रुपए की रिश्वत के साथ पकड़ा। घूस की रकम कोटा के रहने वाले एक आरोपी से ली गई थी। उसने ही कोटा से घूस की एक किश्त 6.5 लाख रुपए हवाला के जरिए दी थी। टीम ने आरोपी राजेंद्र के घर सर्च किया तो 80 लाख रुपए मिले। पूछताछ में पूरा रैकेट बेनकाब हो गया।
सरकारी कार में रखे 30 लाख के साथ पकड़ा: पकड़ में आया आरोपी अपने पक्ष में फैसला देने के एवज में घूस दे रहा था। पुख्ता सबूतों के आधार पर बुधवार सुबह ज्यूडिशियल मेंबर सीतालक्ष्मी को उनकी सरकारी कार में 30 लाख रुपए समेत गिरफ्तार किया। सीबीआई ने एक अपीलेन्ट को भी हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर जयपुर-कोटा सहित अन्य शहरों में छापेमारी शुरू की है। सर्च में मोटी रकम के अलावा लेनदेन रिकॉर्ड, संपत्ति दस्तावेज और कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। खुलासा हुआ है कि भ्रष्टाचार का संगठित सिंडिकेट लंबे समय से फैसलों को अपने मुताबिक कर रहा था।

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