सफाई कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया में होंगे बदलाव : अनुभव प्रमाण-पत्र की बाध्यता होगी खत्म, हर 2 महीने में होगा काम का आकलन; खर्रा ने कहा- भर्ती नियमों की संशोधित अधिसूचना होगी जारी
सफाई कर्मी यूनियनों ने भी इस बदलाव का स्वागत किया है
विधानसभा सत्र के बाद नए भर्ती नियमों को अंतिम रूप दिया जाएगा और फिर संशोधित अधिसूचना जारी की जाएगी।
जयपुर। प्रदेश में सफाई कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया में सरकार बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। नगरीय विकास और आवासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि इस वर्ष सफाई कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। विधानसभा सत्र के बाद नए भर्ती नियमों को अंतिम रूप दिया जाएगा और फिर संशोधित अधिसूचना जारी की जाएगी।
अनुभव प्रमाण पत्र की बाध्यता होगी खत्म
पिछली बार सफाई कर्मियों की भर्ती में अनुभव प्रमाण पत्र की अनिवार्यता के कारण बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हुआ था। कई लोगों ने फर्जी प्रमाण पत्र बनवाए और रिश्वत के मामले भी सामने आए। इस वजह से उस समय की भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करना पड़ा था। अब सरकार ने अनुभव प्रमाण पत्र की बाध्यता को खत्म करने का निर्णय लिया है। सफाई कर्मी यूनियनों ने भी इस बदलाव का स्वागत किया है।
हर दो महीने में होगा प्रदर्शन का आकलन
भर्ती के बाद सफाई कर्मियों के प्रदर्शन का आकलन हर दो महीने में किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि नव नियुक्त कर्मियों को दो साल के परिवीक्षाकाल से गुजरना होगा, जिसमें उनके कार्य की नियमित जांच की जाएगी। यदि सफाई कर्मी का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं पाया गया तो उसे सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा।
समाज से चर्चा के बाद होंगे नियम लागू
भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए समाज के विभिन्न वर्गों और सफाई कर्मी यूनियनों से चर्चा की जा रही है। सरकार का उद्देश्य है कि सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाया जाए और केवल योग्य अभ्यर्थियों को मौका मिले। संशोधित नियमों के साथ भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।
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