एसएमएस अस्पताल की पार्किंग में भ्रष्टाचार : अस्पताल प्रशासन ने निकाले आदेश, धन्वंतरि ओपीडी, ट्रोमा और मुख्य भवन की पार्किंग होगी फ्री
जांच कमेटी बनाई तो भागे संचालक
एसएमएस अस्पताल और ट्रोमा सेंटर में भ्रष्टाचार सामने आने के बाद प्रशासन ने पार्किंग नि:शुल्क कर दी है। मुख्य और ट्रोमा सेंटर की सभी पार्किंग अग्रिम आदेश तक मरीजों के लिए फ्री रहेंगी। निजी पेमेंट स्कैनर हटाकर सरकारी खाते वाले स्कैनर लगाए जाएंगे। पार्किंग टेंडर जल्द फाइनल करने और एमओआईसी से जवाब तलब करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
जयपुर। एसएमएस अस्पताल और ट्रोमा सेंटर की पार्किंग में भ्रष्टाचार सामने आने पर अस्पताल प्रशासन ने पार्किंग की नई व्यवस्था लागू होने तक मरीजों और परिजनों के लिए नि:शुल्क कर दिया है। इस संबंध में अस्पताल के कार्यवाहक अधीक्षक डॉ. आरके जैन के आदेश के तहत अस्पताल और ट्रोमा सेंटर की सभी पार्किंग को मरीजों के लिए फ्री कर दिया गया है। मुख्य बिल्डिंग भूमिगत पार्किंग, ट्रोमा सेंटर भूमिगत एवं बाहर की पार्किंग, धन्वंतरि भूमिगत पार्किंग अग्रिम आदेश या स्थाई व्यवस्था तक नि:शुल्क रहेगी। इस दौरान अस्पताल में कार्यरत सुरक्षा एजेंसी वाहनों की पार्किंग व्यवस्था का जिम्मा संभालेगी। इसके साथ ही बहुप्रतीक्षित पार्किंग के टेंडर को जल्द फाइनल करने के भी अस्पताल प्रशासन की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही अस्पताल प्रशासन ने पार्किंग के मुद्दे को लेकर एमओआईसी से जवाब तलब भी किया है।
जांच का डर, बिना सूचना भागे पार्किंग संचालक :
पार्किंग में हो रहे भ्रष्टाचार के खेल के कारण हाल ही में यहां नियुक्त अतिरिक्त मेडिकल ऑफिशियल इंचार्ज ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि अधीक्षक ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया। एडीएमओआईसी डॉ. प्रवीण जोशी ने पार्किंग की विजिट की तो पता चला कि यहां बिना किसी सरकारी आदेश के ये पूरी पार्किंग संचालित की जा रही है। यहां लगे जगह-जगह फोन-पे, गूगल-पे के स्कैनर एसएमएस हॉस्पिटल के सरकारी खाते के न होकर किसी निजी व्यक्ति के नाम से लगे हैं, जो पैसा भी सीधे उसी के खाते में जमा हो रहा है। उन्होंने इस खाते की एक साल की डिटेल निकलवाने के निर्देश दिए हैं। अधीक्षक ने पार्किंग में अब निजी व्यक्ति के पेमेंट स्कैनर की जगह आरएमआरएस के खाते वाले स्कैनर लगाने के आदेश दिए हैं।

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