सहकारी समितियों के डिजिटलीकरण और विस्तार में पैक्स की बड़ी उपलब्धियां
डिजिटल पंजीकरण के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई
सहकारी समितियों के सशक्तिकरण और डिजिटलीकरण की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए पैक्स (PACS) कम्प्यूटरीकरण के तहत 5302 पेस गो-लाइव हो चुके हैं
जयपुर। सहकारी समितियों के सशक्तिकरण और डिजिटलीकरण की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए पैक्स (PACS) कम्प्यूटरीकरण के तहत 5302 पेस गो-लाइव हो चुके हैं। साथ ही 2631 एम-पैक्स, डेयरी और मत्स्य पालन समितियों का गठन किया गया है।
सहकारिता के अनुसार कृषि क्षेत्र को मजबूती देने के लिए 500 मीट्रिक टन क्षमता की विकेन्द्रीकृत भंडारण योजना के अंतर्गत 135 गोदामों को स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा 4033 पेस को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र के रूप में कार्यरत किया गया है और 5216 पेस को कॉमन सर्विस सेंटर बनाया गया है।
राष्ट्रीय स्तर पर भी सहकारी समितियों की भागीदारी में वृद्धि हुई है। राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक समिति लिमिटेड में 217, निर्यात समिति में 185 और भारतीय बीज सहकारी समिति में 2516 समितियों को सदस्यता दी गई है। डिजिटल पंजीकरण के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई है। NCCF पोर्टल पर 6769 समितियां और 50957 किसान, वहीं NAFED पोर्टल पर 5189 समितियां और 50163 किसान पंजीकृत हो चुके हैं। ये आँकड़े सहकारिता के नवाचार में राजस्थान की मजबूत भागीदारी को दर्शाते हैं।

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