महाराणा प्रताप ने आजीवन स्वाभिमान से समझौता नहीं किया : भजनलाल शर्मा
पूर्व संध्या पर ‘शौर्य गाथा के रंग’ कार्यक्रम
महाराणा प्रताप की चर्चा सिर्फ भारतीय इतिहासकारों ने नहीं की बल्कि विदेशी साहित्यकार कर्नल टॉड ने हल्दीघाटी को मेवाड़ का थर्मोपली कहा था।
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि हमारे लिए गौरव की बात है कि महाराणा प्रताप का जन्म राजस्थान में हुआ है और उन्होंने आजीवन स्वाभिमान से समझौता नहीं किया। शर्मा बुधवार को महाराणा प्रताप फाउण्डेशन की ओर से बिड़ला सभागार में महाराणा प्रताप की जयन्ती की पूर्व संध्या पर आयोजित ‘शौर्य गाथा के रंग’ कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप का नाम आते ही हमारे शरीर में स्फूर्ति का भाव उत्पन्न होता है। महाराणा प्रताप की चर्चा सिर्फ भारतीय इतिहासकारों ने नहीं की बल्कि विदेशी साहित्यकार कर्नल टॉड ने हल्दीघाटी को मेवाड़ का थर्मोपली कहा था।
शर्मा ने कहा कि महाराणा प्रताप को काल और भौगोलिक सीमाओं में नहीं बांधा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब-जब भी वे दूसरे राज्यों में जाते हैं तो अपने सम्बोधन में कहते हैं कि महाराणा प्रताप की धरती से आया हूं। शर्मा ने कहा कि विदेश जाने पर भी वे देश की चर्चा करते हुए राजस्थान की बात करता हूं और महाराणा प्रताप की बात करता हूं। उन्होंने कहा कि सरकार महाराणा प्रताप खेल विश्वविद्यालय पर कार्य कर रही हैं। ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बीकानेर से पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है।
वियतनाम के राष्ट्रपति ने कहा-मुझे प्रेरणा महाराणा प्रताप से मिली: मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि वियतनाम का दुनिया की महाशक्ति से लम्बा संघर्ष चला। जब राष्ट्रपति से यह पूछा गया कि उन्हें शक्ति कहां से मिली? इस पर उन्होंने कहा कि मुझे संघर्ष की प्रेरणा महाराणा प्रताप से मिली थी। इस अवसर पर विधायक महेन्द्र पाल मीणा, राजपूत समाज के अध्यक्ष रामसिंह चन्दलाई सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
महाराणा प्रताप जयंती पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री और विस अध्यक्ष ने दी शुभकामनाएं
ब्यूरो/नवज्योति, जयपुर। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने महाराणा प्रताप जयंती पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल बागडे ने महाराणा प्रताप जयंती पर उन्हें स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर मातृभूमि की रक्षा के लिए मुगलों से सतत संघर्ष किया, लेकिन कभी हार नहीं मानी। मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि महाराणा प्रताप राष्ट्र नायक एवं कुशल प्रशासक थे, जिन्होंने देश की आन, बान और शान को सर्वोपरि रखते हुए सदैव इसकी रक्षा की। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि भारतीय इतिहास के महाराणा प्रताप ऐसे युगपुरुष हैं जिन्होंने कभी भी अन्याय के सामने सिर नहीं झुकाया। उनका साहस, स्वाभिमान और बलिदान हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं। तीनों नेताओं ने प्रदेशवासियों का आह्वान किया है कि वे महाराणा प्रताप के आदर्शों को आत्मसात कर देश सेवा का संकल्प लें, जिससे देश-प्रदेश विश्व में उन्नति के नए शिखर को छू सके।
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