देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए खुला सभा निवास : सिटी पैलेस में स्थित है ऐतिहासिक सार्वजनिक हॉल, 19वीं सदी का हौदा, छत्र सहित अन्य चीजें की प्रदर्शित

18वीं सदी के साहिबराम का चित्र 

देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए खुला सभा निवास : सिटी पैलेस में स्थित है ऐतिहासिक सार्वजनिक हॉल, 19वीं सदी का हौदा, छत्र सहित अन्य चीजें की प्रदर्शित

इसकी एग्जीबिशन में कई असाधारण वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं, जिनमें कुछ तो दशकों में पहली बार सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित की जा रही हैं। 

जयपुर। सिटी पैलेस में स्थित ऐतिहासिक सार्वजनिक हॉल ‘सभा निवास’ को फिर से खोलने की घोषणा की है। इससे पहले जुलाई 2024 में शुरू हुए व्यापक संरक्षण व जीर्णोद्धार के बाद यह वास्तुशिल्प स्थल, जो कभी शाही दरबार और औपचारिक स्वागत के लिए तैयार था, आज फिर से अपनी पूर्ण भव्यता के साथ आगंतुकों के लिए एग्जीबिशन के तौर पर खोल दिया गया है। महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय संग्रहालय ने इस भवन को देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए शुरू किया है। साथ ही हॉल की मूल विशेषताओं के विविध पहलु लोगों को देखने को मिलते हैं, जिसमें इसके खुले मेहराब, जटिल नक्काशीदार संगमरमर के स्तंभ और जीवंत रंगों व सोने के काम से सजी खूबसूरत छतें शामिल हैं, जो जयपुर के कलाकारों के शिल्प कौशल के जीवंत प्रमाण हैं। ऐतिहासिक रूप से सभा निवास राजनीतिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान था। यह जयपुर के शासकों के लिए मुख्य स्थान था, जहां वे दरबार लगाते थे, अतिथियों और गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते थे और राजकीय मामलों का संचालन भी यहीं किया करते थे।

एलिजाबेथ ने की थी सवारी 
हाथियों पर बैठने की ये सीटें उस दौर में भव्य सार्वजनिक जुलूसों में इस्तेमाल की जाती थीं, उनमें वह हौदा भी शामिल है, जिस पर 1961 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अपनी जयपुर यात्रा के दौरान सवार हुई थीं।

19वीं सदी के छत्र
शासन का प्रभावी प्रतीक, इस केंद्रीय छत्र को सावधानीपूर्वक संरक्षित किया गया है, जिसे 65 वर्षों में पहली बार प्रदर्शित किया जा रहा है।

शाही सिंहासन भी आकर्षण 
1800 के दशक के उत्तरार्ध की यूरोपीय शैली में डिजाइन किए गए सिंहासन कछवाहा शासकों के विकसित सौंदर्यशास्त्र को दर्शाते हैं। सभा निवास में दो सिंहासन रखे गए हैं, जिनमें से एक को हाल ही में इंडिया आर्ट फेयर 2025 के तहत संग्रहालय की ‘वी द पीपल’ एग्जीबिशन में प्रदर्शित किया गया था।

Read More पुलिस का शक्ति प्रदर्शन : अधिकारियों और जवानों की 425 टीमों ने 1120 जगहों पर दी एक साथ दबिश, 48 घंटों में 1024 आरोपी गिरफ्तार

18वीं सदी के साहिबराम का चित्र 
मास्टर पेंटर साहिबराम द्वारा बनाए गए दरबारी चित्रों की दुर्लभ व आदमकद श्रृंखला, जिसे कपड़े पर ग्वाश से बनाकर लकड़ी के पैनल पर लगाया गया है। ये छह फुट ऊंची कलाकृतियां मूल रूप से इसी हॉल के लिए बनाई गई थीं, जिससे सभा निवास में उनकी वापसी विशेष रूप से गुंजायमान है।

Read More जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण पर कल दिल्ली में मंथन, पब्लिक इनवेस्टमेंट बोर्ड से सेकंड फेज की डीपीआर को मंजूरी मिलने के आसार

इतिहास के साथ जुड़ने के तरीके 
पद्मनाभ सिंह बताते हैं कि सभा निवास मेरे लिए बहुत मायने रखता है, यह वह स्थान है जहां मेरा राजतिलक समारोह हुआ था। उसके बाद मेरे अठारहवें जन्मदिन पर दरबार लगाया गया था। इसके संरक्षण की प्रक्रिया के दौरान हमारा लक्ष्य इसे एक जैसे स्थिति में हमेशा के लिए रखना नहीं था, बल्कि इसे इस तरह से पुनर्स्थापित करना था कि यह सभा, समारोह और चर्चा के स्थान के रूप में अपनी भूमिका को आगे भी जारी रख सके। इसका जीर्णोद्धार यह सुनिश्चित करता है कि यह हमारे साझा इतिहास के साथ जुड़ने के तरीके का एक जीवंत व विकसित हिस्सा बना रह सके। इसकी एग्जीबिशन में कई असाधारण वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं, जिनमें कुछ तो दशकों में पहली बार सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित की जा रही हैं। 

Read More दिल्ली महारैली तैयारियों को लेकर जयपुर कांग्रेस की बैठक कल पीसीसी मुख्यालय पर बैठक

गैलेरी के तौर पर तैयार
अब इसे गैलरी के तौर पर तैयार किया गया है। यहां एग्जीबिशन प्रदर्शित की जाएगी, जिसमें शाही दरबार के अनुष्ठानों, कार्यवाहियों और प्रतीकों की झलक देखने को मिलेगी। जयपुर के महाराजा सवाई प्रताप सिंह के जीवन के एक आदर्श दिन का वर्णन करने वाले दुर्लभ ऐतिहासिक स्त्रोत प्रताप प्रकाश से प्रेरित सभा निवास को इमर्सिव स्टोरीटेलिंग और एकीकृत प्रौद्योगिकी के माध्यम से जीवंत किया गया है। 

 

Post Comment

Comment List

Latest News

पहले झुकी और अगले ही पल चूमने लगी जमीन, तेज हवा से तिनके की तरह उड़ गई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की रेप्लिका, मूर्ति के गिरते ही मची भगदड़ पहले झुकी और अगले ही पल चूमने लगी जमीन, तेज हवा से तिनके की तरह उड़ गई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की रेप्लिका, मूर्ति के गिरते ही मची भगदड़
ब्राजील के गुआइबा शहर में सोमवार, 15 दिसंबर 2025 को आए तेज आंधी-तूफान ने भारी तबाही मचाई। इस दौरान लगभग...
नेशनल हेराल्ड मामला: अदालत ने गांधी परिवार को एफआईआर की कॉपी देने से किया इनकार
UNSC में भारत की पाकिस्तान का दो टूक, कहा-जम्मू कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न हिस्सा थे और रहेंगे…’ सिंधु जल संधि और इमरान खान को लेकर बोला तीखा हमला
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इथियोपिया के आधिकारिक दौरे पर, इन अहम मुद्दों पर होगी चर्चा
सोनिया गांधी ने उठाया संसद में महिला कर्मियों का मुद्दा, मानदेय बढाने और सामाजिक सुरक्षा की मांग की
ग्लोबल वायदा बाजार की नरमी के असर : दोनों कीमती धातुओं में गिरावट, जानें क्या है भाव
विपक्ष के विरोध के बीच "बीमा विधि संशोधन विधेयक-2025" लोकसभा में पेश