एसीबी का ऑपरेशन मिंटिंग : एसीबी की करीब एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर एक साथ दबिश
भ्रष्टाचार का किला ‘फतेह’
एसीबी डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी इंटेलिजेंस को काफी समय पहले ईओ फतेह सिंह के रिश्वत लेकर संपत्तियां खरीदने की सूचना मिली।
जयपुर/पावटा। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की एक दर्जन टीमों ने मंगलवार अलसुबह नगरपालिका पावटा-प्रागपुरा में तैनात अधिशाषी अधिकारी फतेह सिंह मीणा के ठिकानों पर आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में सर्च किया। टीमों ने जयपुर शहर, पावटा, शाहपुरा, कोटपुतली, थानागाजी और विराटनगर के विभिन्न ठिकानों एवं कार्यालयों में सर्च किया। जांच में खुलासा हुआ कि अधिकारी ने राजकीय सेवा में नियुक्त होने से लेकर अब तक 273 प्रतिशत आय से अधिक सम्पत्तियां बंटोरी हैं। मामले की जांच सवाई माधोपुर के एसपी ज्ञान सिंह चौधरी को सौंपी है।
आठ साल में बनाई अकूत सम्पत्ति
एसीबी डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी इंटेलिजेंस को काफी समय पहले ईओ फतेह सिंह के रिश्वत लेकर संपत्तियां खरीदने की सूचना मिली। सोमवार को आय से अधिक संपति अर्जित करने का केस दर्ज किया और कोर्ट से सर्च वारंट लिया। मंगलवार सुबह डीआईजी राजेश सिंह के सुपरविजन में ऑपरेशन मनी मिंटिंग के तहत एक दर्जन टीमों को लगाया। खुलासा हुआ कि फतेह सिंह वर्ष 2016 में र्नाैकरी पर लगा था। मात्र आठ साल में उसने अकूत सम्पत्तियां बना ली।
यहां भी हुआ सर्च
एसीबी ने फतेह सिंह के जगतपुरा में स्थित त्रिमूर्ति एरेना के फ्लैट नम्बर ई-503, 504, फतेह सिंह के निवास स्थान सरिस्का पैलेस के पास, भर्तृहरी तिराहा, गांव इण्डोक थानागाजी अलवर, फार्म हाउस खसरा नम्बर 95, 97, 98, 100, 103 ग्राम गढ़ बसई थानागाजी अलवर, नजदीकी व्यक्ति प्रमोद कुमार वर्मा पुत्र बाबूलाल वर्मा के निवास स्थान हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी कोटपूतली, व्यक्ति कैलाश गुर्जर पुत्र सरदारमल के निवास स्थान वार्ड नम्बर 3 हनुमान बगीची के पास अजीतगढ़ रोड शाहपुरा, संदिग्ध अधिकारी का किराए का मकान अमृत पब्लिक स्कूल के पास डॉ. अजय दायमा के मकान के पीछे त्रिवेणी सिटी पावटा, संदिग्ध अधिकारी का कार्यालय कक्ष अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका पावटा-प्रागपुरा पर सर्च किया। नगर पालिका पावटा व विराटनगर से दस्तावेजए उप-पंजीयक कार्यालय थानागाजी से दस्तावेज प्राप्त किए गए।
लग्जरी फ्लैट और फार्म हाउस
अधिशाषी अधिकारी फतेह सिंह ने अपनी काली कमाई को निवेश करना शुरू किया। उसने जगतपुरा जयपुर में दो लग्जरी फ्लैट 1.30 करोड़ रुपए में खरीदे, दीपावास नीमकाथाना में 1.05 हैक्टेयर भूमि खरीदी। गढ़ बसई थानागाजी अलवर में अपने परिचित के नाम करीब 15 बीघा भूमि खरीदकर फार्म हाउस डवलप कर करीब 80 लाख रुपए की बेनामी सम्पत्ति का निवेश कर दिया।
ज्वैलरी, प्रॉपर्टी पेपर, बैंक डिटेल और डिजिटल डिवाइस जब्त
छापों के दौरान टीमों को बड़ी मात्रा में संदिग्ध दस्तावेज, बैंक पासबुक, फिक्स्ड डिपॉजिट स्लिप्स, सोने-चांदी के आभूषणों की रसीदें, संपत्ति पंजीयन दस्तावेज, कई डिजिटल उपकरण, मोबाइल, लैपटॉप, पेन ड्राइव मिले हैं।
पूर्व में भी विवादों में रह चुके हैं मीणा
सूत्रों के अनुसार फतेह सिंह मीणा पहले दिल्ली पुलिस में सेवा दे चुके हैं, जिसके बाद वे राजस्थान प्रशासन में एड (ईओ) बने। उन्होंने कोटपूतली, सवाई माधोपुर, जैसलमेर सहित कई पालिकाओं में पदभार संभाला है। पूर्व में जैसलमेर में पेट्रोल पंप नक्शा पास कराने के बदले 20 लाख की कथित मांग को लेकर शिकायत हुई थी, जिस पर उन्हें मुख्य सचिव ने एपीओ कर दिया था।

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