जम्मू से हिमालयन भालू, लखनऊ से बारहसिंगा और मैसूर से भेड़िया लाए जाने की योजना
नाहरगढ़ जैविक उद्यान प्रशासन की ओर से की जा रही कोशिश
यहां से हिमालयन भालू के जोड़े के बदले नाहरगढ़ जैविक उद्यान से जरख, मगरमच्छ और घड़ियाल बदले में दिए जा सकते हैं।
जयपुर। नाहरगढ़ जैविक उद्यान में रहवास कर रहे वन्यजीवों में अच्छा प्रजनन हो रहा है। यहां विजिटर्स को शेर, बाघ, बघेरे, भालू सहित अन्य वन्यजीव देखने को मिलते हैं। इसके अतिरिक्त समय-समय पर देश के अन्य राज्यों के बायोलॉजिकल पार्कों से एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत भी वन्यजीव लाए जाते हैं। अब जल्द ही जम्मू-कश्मीर, उत्तरप्रदेश के लखनऊ और मैसूर चिड़ियाघर से वन्यजीव लाए जाएंगे। इसके लिए जयपुर के नाहरगढ़ जैविक उद्यान की ओर से प्रपोजल बनाकर भेजे जाने वाले हैं।
जम्मू से हिमालयन भालू का जोड़ा लाया जाएगा
नाहरगढ़ जैविक उद्यान से मिली जानकारी के अनुसार जम्मू-कश्मीर स्थित चिड़ियाघर से हिमालयन भालू का जोड़ा लाए जाने की योजना है। इसके लिए प्रपोजल बनाकर भेजा जाएगा। यहां से हिमालयन भालू के जोड़े के बदले नाहरगढ़ जैविक उद्यान से जरख, मगरमच्छ और घड़ियाल बदले में दिए जा सकते हैं।
लखनऊ से बाहरसिंगा
देश के दूसरे राज्यों के एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत लखनऊ चिड़ियाघर से भी वन्यजीव नाहरगढ़ जैविक उद्यान लाए जाने की योजना है। वन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ से दो जोड़ी बारहसिंगा लाए जा सकते हैं। इसके बदले लखनऊ को हाइना और चौसिंगा दिए जा सकते हैं।
मैसूर जंतुआलय से भेड़िया
नाहरगढ़ जैविक उद्यान में भेडिये में जीनपूल परिवर्तन किया जाएगा। इसके लिए मैसूर जंतुआलय से जल्द ही वुल्फ लाए जाएंगे। ताकि लम्बे समय से यहां इनमें जीनपूल में चेंज की कवायद पूरी हो सके। जानकारी के अनुसार साल 2012-13 से इनमें जीनपूल चेंज नहीं हुआ है।
इनका कहना है...
एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत नाहरगढ़ जैविक उद्यान में हिमालयन भालू, बारहसिंगा और भेड़िये लाए जाने की योजना है। इसके लिए कवायद की जा रही है। वन्यजीवों को लाने के लिए सीजेडए को प्रपोजल बनाकर भेजा जाएगा।
-विजयपाल सिंह, डीसीएफ
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