स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी, कचरा जलाकर किया जा रहा निस्तारण
कचरे को जलाकर पर्यावरण प्रदूषण को बढ़ावा दिया जा रहा
केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय की ओर से देशभर के स्वच्छ शहरों की रैकिंग निर्धारण के लिए चलाए जा रहे स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 की तैयारियों के दावे तो किए जा रहे है।
जयपुर। केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय की ओर से देशभर के स्वच्छ शहरों की रैकिंग निर्धारण के लिए चलाए जा रहे स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 की तैयारियों के दावे तो किए जा रहे है, लेकिन धरातल पर ना तो डंपिंग यार्ड ही समाप्त हो पाए है और ना ही समय पर कचरे का ही उठाव हो पा रहा है, जबकि कचरे को जलाकर पर्यावरण प्रदूषण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
नगर निगम जयपुर हेरिटेज आयुक्त ने स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारियों को लेकर सभी जोन उपायुक्तों के साथ ही वार्ड प्रभारियों को साफ सफाई की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए है। उन्होंने सभी अधिकरियों को निर्देश दिए है कि वह सुबह के समय अपने-अपने क्षेत्रों में रहकर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण कर गंदगी मिलने पर तुरंत उस जगह की सफाई कराने के लिए कचरे का उठाव किया जाए। हेरिटेज आयुक्त ने बताया कि कचरा जलाना सख्त मना है, लेकिन फिर भी कचरा जलाया जा रहा है तो गंभीर मामला है। उन्होंने बताया कि संबंधित अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
ट्रांसफार्मर के पास हो सकता है बड़ा हादसा :
कचरे को जलाने वाले स्थान के पास ही बिजली विभाग का बड़ा ट्रांसफार्मर है और इसमें केवल भी खुले में पड़ी है। कचरे के बड़े ढ़ेर मे आए दिन यहां आग लगाई जाती है और आग के चलते ट्रांसफार्मर में आग लगने की संभावना बनी रहती है। निगम अधिकारियों की ओर से यहां कार्रवाई नहीं होती है।
स्वच्छ सर्वेक्षण का सर्वे जल्द :
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 की तैयारियों के दावे के बीच केंद्रीय टीम कभी भी सर्वे के लिए जयपुर पहुंच सकती है। ऐसे में यहां ना तो कचरे का डंपिंग यार्ड ही हट पा रहा है और कचरे के ढ़ेर होने के बाद निगम के अधिकारी यहां से कचरा हटाने के स्थान पर आगजनी की घटनाओं पर रोक लगा पा रहे है। ऐसे में स्वच्छ सर्वेक्षण की रेकिंग भी ऐसे प्रकरणों से प्रभावित भी हो सकती है।
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