राजधानी का बरसों पुराना पेयजल सिस्टम होगा दुरुस्त, स्मार्ट मीटर लगेंगे और जर्जर लाइनें बदलेंगी
अमृत-2.0 के तहत शहर में 567 करोड़ रुपए कार्य स्वीकृत, टैंडर जारी
योजना से शहर की जनता की पेयजल समस्या का काफी हद तक समाधान हो सकेगा।
जयपुर। करीब आठ साल बाद अमृत-2.0 के तहत राजधानी जयपुर में पेयजल सिस्टम को दुरुस्त करने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कार्य किए जाएंगे। केन्द्र की ओर से प्रोजेक्ट स्वीकृत करने के बाद अब जलदाय विभाग ने कार्यों को धरातल पर उतारने के लिए टैण्डर प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रोजेक्ट के कार्यों का कार्यादेश जारी होने के बाद 30 माह में योजना से जुड़े कार्य पूर्ण कर उन्हें जनता को समर्पित करना होगा। केन्द्र ने शहर की पेयजल व्यवस्था को मजबूत करने के लिए अमृत-2 के तहत करीब 567 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की है। इस योजना को शहर में नगर निगम के हिसाब से ग्रेटर और हेरिटेज क्षेत्र में बांटा गया है। ग्रेटर निगम के क्षेत्र में 415.79 करोड़ और हेरिटेज निगम के क्षेत्र में 144.17 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई है। शहर में पेयजल व्यवस्था से जुड़े कई काम होंगे।
योजना के तहत ये कार्य होंगे
इस योजना के तहत पांच करोड़ लीटर पानी संग्रहण क्षमता के 17 जलाशय और तीन टंकियों का निर्माण किया जाएगा। साथ ही जर्जर पानी की लाइनों को बदला जाएगा। चिह्नित इलाकों में 11,400 पानी के स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। नई लाइनें भी डाली जाएंगी।
जयपुर में उपभोक्ताओं की स्थिति
जयपुर शहर में कुल 5,15,755 पेयजल उपभोक्ता हैं। इनमें नगर वृत उत्तर में 2,35,913 व नगर वृत दक्षिण में 2,79,842 पेयजल कनेक्शन है। कुल कनेक्शनों में से 2,09,023 मीटर खराब है, जिसमें नगर वृत उत्तर में 1,23,710 व नगर वृत दक्षिण में 85,313 कनेक्शन शामिल हैं।
पेयजल सप्लाई भी बढ़ाई जाएगी
विभाग के अधिकारियों के अनुसार शहर में पिछली गर्मियों के मुकाबले इस बार अतिरिक्त पानी की सप्लाई की जाएगी। इसके लिए बीसलपुर परियोजना से अतिरिक्त पानी लिया जाएगा। पिछले साल मई-जून में बीसलपुर से 53 करोड़ लीटर पानी रोजाना सप्लाई किया गया। अब प्रतिदिन 48 करोड़ लीटर सप्लाई हो रही है। नए प्रोजेक्ट्स शुरू होने के बाद शहर में पानी की किल्लत नहीं आए इसके लिए बीसलपुर सिस्टम से चार करोड़ लीटर पानी बढ़ाया जाएगा और रोजाना 57 करोड़ लीटर पानी सप्लाई किया जाएगा। होली के बाद से ही शहर में सप्लाई को बढ़ाया जाएगा।
अमृत-2.0 के तहत जयपुर शहर की पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए करीब 567 करोड़ रुपए की स्वीकृति केन्द्र की ओर से दी गई है। इस योजना के लिए टैंडर जारी कर दिए गए हैं। योजना से शहर की जनता की पेयजल समस्या का काफी हद तक समाधान हो सकेगा।
- शुभांशु दीक्षित, अतिरिक्त मुख्य अभियंता
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