15 मांगे, दस हजार की रिश्वत लेते धरा गया : रिश्वत लेते पकड़ा एएसआई चबा गया एसीबी के एएसआई का हाथ
परिवादी को जेल में बंद करने की धमकी देकर मांगी घूस
एसीबी टीम ने जैसे ही एएसआई मीणा को पकड़ा तो उसने बचने के लिए 10 हजार रुपए के नोट खाने का प्रयास किया।
उदयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो स्पेशल यूनिट, उदयपुर की टीम ने मंगलवार को प्रतापनगर थाने के एएसआई राजेश कुमार मीणा को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इस दौरान आरोपी ने एसीबी के एएसआई का हाथ चबा डाला। ब्यूरो के डजीपी डॉ. रविप्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि स्पेशल यूनिट को गत 26 अप्रेल को परिवादी से शिकायत मिली कि एक दर्ज मामले में नाम हटाने की एवज में प्रतापनगर थाने के एएसआई रिश्वत के लिए दबाव बना रहा है। मीणा ने मामले में तीन आरोपी युवकों को गिरफ्तार किया था। साथ ही इनकी कार भी जब्त करने का प्रयास कर रहा था। आरोपी युवकों को पता था कि परिवादी के पास वर्ना कार है और अच्छा पैसे वाला है जो पुलिस को खर्चा-पानी भी दे देगा। इस पर इन युवकों ने परिवादी का नाम लेकर एएसआई को कहा कि इसकी कार मुकदमे में दिखा देंगे। हमारा और दोनों का खर्चा-पानी यह आपको दे देगा। वास्तविकता में इस मामले में परिवादी की न तो कार उपयोग हुई थी और ना ही परिवादी का मामले से कोई लेना-देना था।
1 हजार रुपए की मांगी थी रिश्वत
एएसआई राजेश मीणा ने परिवादी से दर्ज मामले में उसका नाम हटाने की एवज में 15 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। रिश्वत नहीं देने पर परिवादी को जेल में बंद करने की धमकी दी गई थी। इसके लिए बार-बार परिवादी को परेशान किया जा रहा था। ऐसे में परिवादी ने इसकी शिकायत एसीबी टीम को कर दी। सत्यापन के दौरान परिवादी से एएसआई की 10 हजार रुपए लेने पर सहमति बनी। एएसआई मीणा पुलिस लाइन स्थित सरकारी क्वार्टर में रहता है। उसने मंगलवार को परिवादी को रिश्वत राशि लेकर क्वार्टर के पास रेती स्टैण्ड बुला लिया। जैसे ही एएसआई ने परिवादी से रिश्वत के 10 हजार रुपए वसूले, एसीबी टीम ने उसे दबोच लिया।
10 हजार रुपए के नोट खाने की कोशिश
एसीबी टीम ने जैसे ही एएसआई मीणा को पकड़ा तो उसने बचने के लिए 10 हजार रुपए के नोट खाने का प्रयास किया। इस पर एसीबी टीम ने उसे रोका तो एएसआई राजेश कुमार ने एसीबी टीम के एएसआई जाबिर मोहम्मद और हेडकांस्टेबल चन्द्रकांत को हाथों और कलाइयों पर काट लिया।

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