दृश्यम फिल्म देखकर बनाई वृद्धा की हत्या की योजना : शरीर से आभूषण उतारे, शव को डंपिंग यार्ड में जलाया, हड्डियों को बांध में फेंका
जागरण में ढोल बजाने का झांसा देकर लेकर गया आरोपी
आईपीएस मनीष कुमार ने बताया कि आखिरी बार वृद्धा उसके घर के पास दिखी थी और आरोपी रमेश के साथ जाती देखी गई थी।
उदयपुर। जिले के फतहनगर थाने में दर्ज 70 वर्षीय वृद्धा चांदी बाई की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। आरोपी रमेश लौहार ने गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। आरोपी ने वृद्धा की हत्या से पहले कई बार दृश्यम मूवी देखी और उसके बाद हत्या की योजना बनाई। दृश्यम मूवी को देखकर आरोपी को लगा कि शव बरामद नहीं हुआ तो केस नहीं बनेगा। इसलिए आरोपी ने वृद्धा का अपहरण कर, हत्या की और फिर उसके पहने सोने-चांदी के गहने लूट कर शव को डंपिंग यार्ड में ले जाकर जला दिया और हड्डियों व कपाल के टुकड़े कर घोसुण्डा बांध में फेंक दिए। आरोपी ने हत्या के बाद पुलिस से बचने के हर प्रयास किए लेकिन पुलिस उस तक पहुंच ही गई। एसपी योगेश गोयल ने बताया कि फतहनगर निवासी वृद्धा चांदी बाई-70 की हत्या के आरोप में फतहनगर के रमेश पुत्र फुलचन्द लौहार को गिरफ्तार किया है।
हत्या के प्रयुक्त वैन, गाड़ी में रखे पाने बरामद किए हैं और आरोपी की वैन से मिले सैंपल व चांदी बाई के घर से मिले उसके बाल के सैंपल के डीएनए मिलान हो गया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर वृद्धा का थैला झाड़ियों से बरामद किया, जिसमें वृद्धा का सामान भी मिला। इसके अलावा वृद्धा की सोने की झुमकियां, सोने का मादलिया और चांदी की पायजेब के पिघली धातु के रूप में बरामद किए हैं। महिला की गुमशुदगी 22 फरवरी 2025 को दर्ज हुई थी।
आरोपी के भाई के यहां ढोल बजाने गई थी वृद्धा
एएसपी अंजना सुखवाल ने बताया कि वृद्धा कार्यक्रमों में ढोल बजाने का काम करती थी। 9 जनवरी को वृद्धा आरोपी के भाई के घर बारहवें में ढोल बजाने गई थीं। चांदी बाई हमेशा सोने की झुमकियां, मादलिया और चांदी की पायजेब सहित अन्य गहने पहने रहती थी और यहीं पर आरोपी ने चांदी बाई को देखकर हत्या कर लूट की योजना बनाई। इसके लिए उसने कई बार दृश्यम मूवी देखी और क्राइम पेट्रोल सीरियल देखा। 22 फरवरी को आरोपी ने वृद्धा से जागरण में ढोल बजाने के लिए कहकर साथ चलने को कहा और अपनी वैन में लेकर गया। आरोपी चार घंटे तक अंधेरा होने का इंतजार करता रहा और वृद्धा को इधर-उधर लेकर घूमता रहा और मौका पाते ही उसकी हत्या कर दी।
यूं पकड़ में आया आरोपी
आईपीएस मनीष कुमार ने बताया कि आखिरी बार वृद्धा उसके घर के पास दिखी थी और आरोपी रमेश के साथ जाती देखी गई थी। ऐसे में हमने उसके लापता होने की पड़ताल रमेश से ही शुरू की। रमेश ने हर स्टेप पर पुलिस को गुमराह करने की कहानी बनाकर रखी थी, लेकिन उसकी कोई कहानी पुलिस पड़ताल के आगे नहीं टिक सकी। तकनीकी रूप से सभी साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस ने उससे मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया। जीपीएस रूट मैप ने भी केस को सुलझाने में काफी मदद की।

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