अनपढ़ होने का उठाया लाभ : वृद्ध दर दर ठोकर खाने को मजबूर, सूदखोर ने धोखे से कराई जमीन की रजिस्ट्री
ब्याज बाकी होने के नाम पर किया खेल
पीड़ित ने मामले में मनोहर सिंह पुत्र उदय सिंह निवासी वाटी, चंदा कुंवर पत्नी अर्जुन सिंह कितावत निवासी वाड़ा बावड़ी उदयपुर, लक्ष्मी लाल पुत्र भंवर लाल मेघवाल निवासी छापर, धायला नाथद्वारा के खिलाफ पुलिस थाना गोगुंदा में रिपोर्ट दी है।
गोगुंदा। थाना क्षेत्र के बगडूंदा ग्राम पंचायत के मजाम गांव में एक वृद्ध की संपूर्ण जमीन धोखे से रजिस्ट्री कराने का मामला सामने आया है। मजाम निवासी नाना लाल पुत्र कालू गायरी ने गोगुंदा थाने में परिवाद दिया, जिसमें बताया कि उसके कोई लड़का संतान नहीं है,चार लड़कियां हैं, सभी की शादी हो गई है। लगभग 8 वर्ष पूर्व उसने वाटी निवासी मनोहर सिंह पुत्र उदय सिंह राजपूत की सोने चांदी की दुकान से 1 किलो चांदी के कड़े करीब 30 हजार रुपए में खरीदे थे। यह राशि उसने कुछ समय के अंतराल में दे दी। 16 जून 2025 को मनोहरसिंह उसके घर आया और गाड़ी में उसे आधार कार्ड लेकर बैठाया।
गोगुंदा ले जाकर मनोहर सिंह ने कहा कि तुम्हारे चांदी के कड़े के 1 लाख रुपए बाकी है। तुम दो या फिर अपना घर गिरवी रखो। उसने यह राशि ब्याज की होना बताया। मनोहर सिंह ने घर गिरवी रखने की बात पर स्टाम्प पर अंगूठे लगाने की बात कही। नाना लाल ने कहा कि हिसाब में इतने पैसे नहीं निकल रहे है, जिस पर मनोहर सिंह ने कहा कि जिस दिन पूरे पैसे दोगे। उस दिन कम कर दूंगा। नाना लाल ने कहा कि वो अनपढ़ होने से ज्यादा कुछ बोल नहीं पाया और मनोहर सिंह उसे जहां कहा वहां अंगूठे लगा दिया।
शिविर में जमीन बिक्री का खुलासा
पीड़ित ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व बगडूंदा में दीनदयाल उपाध्याय शिविर में उसके भतीजे ने नकल निकलवाई तो उसमें नानालाल का नाम अंकित नहीं था। शिविर में पता चला कि उसकी जमीन किसी ओर के नाम पर बोल रही है तो उसने मनोहर सिंह से संपर्क किया। इस दौरान मनोहर सिंह ने कहा कि रुपए बकाया थे। इसलिए उसने रजिस्ट्री किसी ओर के नाम करवा दी।
इनके खिलाफ धोखाधड़ी की दी रिपोर्ट
पीड़ित ने मामले में मनोहर सिंह पुत्र उदय सिंह निवासी वाटी, चंदा कुंवर पत्नी अर्जुन सिंह कितावत निवासी वाड़ा बावड़ी उदयपुर, लक्ष्मी लाल पुत्र भंवर लाल मेघवाल निवासी छापर, धायला नाथद्वारा के खिलाफ पुलिस थाना गोगुंदा में रिपोर्ट दी है।
चेक से दी राशि दर्ज नहीं
विक्रय पत्र के अनुसार खरीददार चंदा कुंवर ने विक्रेता नाना लाल को 2 लाख का चेक दिया बताया और ये राशि प्राप्त होना बताया, जबकि नाना लाल के खाते में ऐसा कोई लेनदेन नहीं हुआ। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने एक रुपया भी नहीं देखा और न ही कोई चेक देखा।
मामले में पीड़ित के साथ धोखा हुआ है। पीड़ित ने रात्रि चौपाल में भी परिवाद दिया था। गोगुंदा थानाधिकारी को इसमें निष्पक्षता के साथ जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
-शुभम भैसारे, उपखंड अधिकारी गोगुंदा।
-दस्तावेजों के आधार पर पंजीयन किया
विक्रय पत्र के दस्तावेजों के आधार पर पंजीयन किया है। विक्रेता से सौदेबाजी को लेकर सवाल करना हमारा काम नहीं है। यदि कोई धोखेबाजी हुई है तो सिविल कोर्ट से खारिज कराने की कार्रवाई करंे। मैं इसमें म्यूटेशन को रोकने की कार्रवाई कर सकता हूं।
-रणछोड़ लाल, तहसीलदार, गोगुंदा

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