प्रदेश के बांधों में जलस्तर के आंकड़े जारी, गर्मी के कारण 368 बांध पूरी तरह सूखे, कोटा संभाग में बढ़ोतरी
राज्यभर में औसत जलस्तर और गर्मी का प्रभाव
राजस्थान के जल संसाधन विभाग ने 15 मई तक प्रदेश के बांधों के जलस्तर का आंकड़ा जारी किया है।
जयपुर। राजस्थान के जल संसाधन विभाग ने 15 मई तक प्रदेश के बांधों के जलस्तर का आंकड़ा जारी किया है। आंकड़ों के अनुसार, एक से 15 मई के दौरान कोटा संभाग के 81 बांधों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। इस संभाग का वर्तमान जलस्तर 72.95 प्रतिशत है, जबकि अन्य संभागों- जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, और बांसवाड़ा—के बांधों में जलस्तर गिरावट पर है।
राज्यभर में औसत जलस्तर और गर्मी का प्रभाव:
16 मई तक प्रदेश के सभी बांधों का औसत जलस्तर कुल भराव क्षमता का 46.20 प्रतिशत है। इस दौरान बांधों में 684 मिलियन क्यूबिक मीटर (MQM) पानी की बढ़ोतरी हुई, लेकिन गर्मी के कारण 368 बांध पूरी तरह सूख गए और 316 आंशिक रूप से भरे हुए हैं। जयपुर संभाग के बांधों में कुल भराव क्षमता का केवल 38.31 प्रतिशत, उदयपुर संभाग में 23.93 प्रतिशत, जोधपुर संभाग में 12.44 प्रतिशत, और बांसवाड़ा संभाग में 37.83 प्रतिशत पानी शेष है।
प्रमुख बांधों का जलस्तर:
प्रदेश के बड़े बांधों की बात करें तो 16 मई तक जलस्तर इस प्रकार रहा:
राणा प्रताप सागर बांध: 352.28 RL मीटर
कोटा बैराज: 259.99 RL मीटर
जवाहर सागर: 298.12 RL मीटर
माही बजाज सागर: 269.55 RL मीटर
बीसलपुर बांध: 312.99 RL मीटर
सोम कमला अंबा: 7.35 RL मीटर
राजसमंद बांध: 4.77 RL मीटर
सूखे और आंशिक भरे बांधों की स्थिति चिंताजनक:
राज्य में बढ़ती गर्मी और जलस्तर की गिरावट से कई बांधों की स्थिति खराब हो गई है। जवाई बांध, गुढ़ा बांध, मोरेल बांध, और जयसमंद बांध का जलस्तर बेहद कम है। जलस्तर में गिरावट जल संरक्षण और बारिश पर निर्भरता को दर्शाती है।

Comment List