सदर थाने में सुसाइड का मामला : थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता पर बनी सहमति
विधायक गोपाल शर्मा ने एसएमएस अपस्ताल मोर्चरी में पीड़ित परिवार से की मुलाकात कर पुलिस के उच्चाधिकारियों से वार्ता की।
जयपुर। सदर थाना पुलिस हिरासत में मनीष पांडे की आत्महत्या मामले में रविवार को परिजनों ने एसएमएस अस्पताल में मुर्दाघर के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। मौके पर समझाइश करने पहुंचे सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास सहित कई सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने परिजनों का समर्थन किया। विधायक शर्मा ने सरकार व पुलिस कमिश्नर से वार्ता के बाद परिजनों को मृतक मनीष पांडे की पत्नी को संविदा पर नौकरी देने और सामाजिक संगठनों से 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद दिलवाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद धरना समाप्त हुआ।
यह था मामलाआत्महत्या करने वाला मनीष पांडे मूल रूप से यूपी के रहने वाले थे और जयपुर के मांग्यावास में पत्नी और बच्चों के साथ रहते थे। सदर थाना पुलिस ने शुक्रवार को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बाइक चोरी के आरोप में मनीष को हिरासत में लिया था। शनिवार को पूछताछ के लिए एचएम कार्यालय के पास एक कमरे में बैठाया गया था, जहां मनीष ने तौलिए के सहारे पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उसे तुरतं अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसे एसएमएस अस्पताल रेफर कर दिया। वहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
इन पर गिरी गाज
थाने में आत्महत्या करने के मामले में लापरवाही उजागर होने पर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने तुरंत एक्शन लिया और सदर थाना एसएचओ देवेन्द्र प्रताप, सब इंस्पेक्टर मुकेश, निरमा पूनिया, हेड कांस्टेबल सुभाष, कांस्टेबल नरेश व दिलीप कुमार को लाइन हाजिर कर दिया। शव का न्यायिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा गया।
विधायक ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सहमति बनाई
विधायक गोपाल शर्मा ने एसएमएस अपस्ताल मोर्चरी में पीड़ित परिवार से की मुलाकात कर पुलिस के उच्चाधिकारियों से वार्ता की। मृतक परिवार को आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य के लिए नौकरी, प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच और दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई के आश्वासन पर परिवारजनों में सहमति बनी। इसके बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हुई। इससे पूर्व मामले को लेकर विप्र महासभा संस्थापक सुनील उदेईया व परशुराम सेना के संस्थापक अनिल चतुर्वेदी, महामंत्री जितेंद्र मिश्रा, देवेंद्र शर्मा आदि के नेतृत्व में मृतक के परिवारजन और अन्य संबंधी एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे थे। विधायक ने बताया कि पीड़ित परिवार से मिलने के बाद सहमति बनी। उनकी मांगों को शीघ्र ही पूरा किया जाएगा।

Comment List