बाढ़ नियंत्रण एवं राहत के समस्त इंतजाम समय रहते हो सुनिश्चित, जलभराव से निपटने के लिए आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता रखी जाए : किरोड़ी
खतरे से निपटने के लिए आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए
डॉ. मीना मंगलवार को शासन सचिवालय में मानसून पूर्व तैयारियों के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे
जयपुर। राजस्थान के आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीना ने मानसून से पूर्व प्रदेश में सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर लेने एवं विभागीय अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहते हुए आपसी समन्वय स्थापित कर बाढ़ नियंत्रण एवं बचाव कार्यों को समय रहते सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
डॉ. मीना मंगलवार को शासन सचिवालय में मानसून पूर्व तैयारियों के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अतिवृष्टि होने पर भूमि कटाव और जलभराव से निपटने एवं बचाव अभियान के लिए आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता रखी जाए। उन्होंने वज्रपात के खतरे से निपटने के लिए आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग से निरंतर समन्वय स्थापित करना सुनिश्चित करें।
बैठक में आपदाओं से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की गई। उन्होंने थल सेना, वायू सेना, पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, गृह सुरक्षा, सिविल डिफेंस, जल संसाधन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, बिजली, पशुपालन, रसद विभाग, स्वायत्त शासन, पंचायती राज तथा अन्य कई विभागों के अधिकारियों को भी मॉनसून के दौरान विभागीय स्तर पर अपेक्षित समस्त इंतजाम दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने फ्लड प्लान 2025 की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में बताया कि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा एवं भारतीय सेना के साथ 14 जून को कोटा में मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। बैठक में बताया गया कि राज्य में प्राकृतिक आपदाओं के मध्यनजर आगामी 15 जून से राज्य स्तरीय हेल्पडेस्क नम्बर 1070, 112 तथा जिला स्तरीय हेल्पडेस्क के लिए 1077 नम्बर जारी किए गए हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन नियंत्रण कक्ष शासन सचिवालय में तथा जिला स्तरीय कक्ष प्रत्येक जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में स्थापित किए गए हैं। यह हेल्पडेस्क प्रतिदिन 24 घंटे कार्य करेगी।
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