मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल : 20 लाख बुजुर्गों को मिला रामाश्रय वार्डों से स्वास्थ्य का संबल

राज्य सरकार ने सभी जिला अस्पतालों में शुरू की पहल

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल : 20 लाख बुजुर्गों को मिला रामाश्रय वार्डों से स्वास्थ्य का संबल

राजकीय जिला अस्पतालों एवं उप जिला अस्पतालों में वृद्धजनों को ओपीडी सेवाओं के लिए जीरियाट्रिक क्लिनिक की व्यस्था की गई है।

जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर सभी जिला अस्पतालों में शुरू किए गए रामाश्रय वार्ड (जीरियाट्रिक वार्ड एवं जीरियाट्रिक क्लीनिक) वृद्धजनों के लिए स्वास्थ्य का अनुपम उपहार साबित हो रहे हैं। अब तक इस पहल से करीब 20 लाख बुजुर्ग लाभान्वित हो चुके हैं। उनके जीवन में आशा और विश्वास का नया संचार हुआ है। उन्हें उपचार को लेकर चक्कर काटने से मुक्ति मिली ही है और अस्पतालों में होने वाली कठिनाई से वे चिंतामुक्त हुए हैं। 12.2 लाख लैब टेस्ट और 27 हजार फिजियोथेरेपी सेवाएं: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि करीब 18 लाख बुजुर्गों ने ओपीडी सेवाओं का और एक लाख 5 हजार से अधिक वृद्धजनों ने आईपीडी सेवाओं का लाभ मिलया है। करीब 12 लाख 20 हजार लैब टेस्ट इन वार्डों के माध्यम से किए गए हैं। साथ ही, 27 हजार से अधिक रोगियों को फिजियोथैरेपी की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। 

हर वार्ड में 10 आरक्षित बैड, नर्सिंग अलार्म 
रामाश्रय वार्डों में 10 फाउलर बैड आरक्षित किए गए हैं। इनमें से 5 बैड महिला एवं 5 बैड पुरूषों के लिए हैं। हर बैड के बीच पार्टीशन कर परदे लगाए गए हैं। बैड के पास नर्सिंग अलार्म सिस्टम लगाए गए हैं, ताकि आपात स्थिति में वृद्धजन तुरंत नर्सिंग स्टाफ को बुला सकें। वार्ड में महिला एवं पुरूष रोगियों के लिए अलग-अलग शौचालय हैं।

हर वार्ड का नोडल अधिकारी, बैड पर ही जांच
वार्ड का एक नोडल अधिकारी बनाया गया है, जो वार्ड की समस्त व्यवस्थाओं का प्रबंधन करता है। रोगियों की देखभाल के लिए अलग से नर्सिंग स्टाफ तथा साफ-सफाई के लिए कार्मिक नियोजित किए गए हैं। वृद्धजनों को आईपीडी के समय विशेषज्ञ सेवाएं वार्ड में ही उपलब्ध हो रही हैं। जांच के लिए सैम्पल भी वार्ड से ही एकत्र कर रिपोर्ट भी बैड पर ही उपलब्ध कराई जा रही है।

ओपीडी सेवाओं के लिए जीरियाट्रिक क्लिनिक 
राजकीय जिला अस्पतालों एवं उप जिला अस्पतालों में वृद्धजनों को ओपीडी सेवाओं के लिए जीरियाट्रिक क्लिनिक की व्यस्था की गई है। साथ ही अस्पतालों में रजिस्ट्रेशन काउंटर, जांच काउंटर, दवा वितरण केन्द्र आदि पर वृद्धजनों के लिए अलग से व्यवस्था सुनिश्चित की गई है ताकि उन्हें अधिक समय कतारों में नहीं खड़ा रहना पडेÞ और आसानी से उपचार मिल सके।

Read More बनीपार्क और सेठी कॉलोनी सेटलाइट अस्पताल फिर होंगे चिकित्सा विभाग के अधीन, मेडिकल कॉलेज से संबद्धता हटेगी

Post Comment

Comment List

Latest News

एसआईआर को लेकर अखिलेश ने केंद्र सरकार पर उठाए सवाल, बोलें-चुनावी गणित होगा प्रभावित एसआईआर को लेकर अखिलेश ने केंद्र सरकार पर उठाए सवाल, बोलें-चुनावी गणित होगा प्रभावित
यूपी में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने...
मेले में दिखा कला, संस्कृति और सामुदायिक उत्सव का संगम, ग्रेट हार्ट आश्रम से आए 150 बच्चों ने आयोजन में लिया भाग
रघु सिन्हा आईटीएफ मास्टर्स टेनिस प्रतियोगिता सम्पन्न, रियाज और विभा ने जीते तिहरे खिताब
दिल्ली-NCR में 40 उड़ानें रद्द, 4 डायवर्ट, AQI 466 तक पहुंचा
उर्स की तैयारियां तेज : जगमगाया दरगाह परिसर पुनर्निमित सबीली गेट से आवाजाही शुरू, उर्स का झंडा 17 को चढ़ेगा
जानें राज काज में क्या है खास 
आखिर क्यों अजित पवार ने फिर बनाई आरएसएस से दूरी? सामने आई चौकाने वाली वजह