एसाईआर प्रक्रिया में 10 लोगों की मौत चिंताजनक : बीएलो पर प्रताड़ना ने उजाड़े कई परिवार, डोटासरा बोले- आत्महत्या ने प्रदेश को झकझोर दिया
अनुचित भार डालने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई
डोटासरा ने देश के कई राज्यों में SIR प्रक्रिया को लेकर करीब 10 से अधिक लोगों की मृत्यु की घटनाएं अत्यंत दु:खद और चिंताजनक बताया। डोटासरा ने कहा है कि एसाईआर से आमजन में भय व अनिश्चितता एवं बीएलोज पर व्यवस्था की प्रताड़ना ने कई परिवार उजाड़ दिए। राजस्थान में पहले जयपुर में बीएलओ मुकेश जांगिड़ की आत्महत्या और अब सवाई माधोपुर में बीएलओ हरीओम बैरवा की मौत ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया।
जयपुर। पीसीसी चीफ गोविन्द डोटासरा ने देश के कई राज्यों में SIR प्रक्रिया को लेकर करीब 10 से अधिक लोगों की मृत्यु की घटनाएं अत्यंत दु:खद और चिंताजनक बताया है। डोटासरा ने कहा है कि एसाईआर से आमजन में भय व अनिश्चितता एवं बीएलोज पर व्यवस्था की प्रताड़ना ने कई परिवार उजाड़ दिए हैं। राजस्थान में पहले जयपुर में बीएलओ मुकेश जांगिड़ की आत्महत्या और अब सवाई माधोपुर में बीएलओ हरीओम बैरवा की मौत ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। प्रदेश में भाजपा सरकार के असहनीय दबाव, सस्पेंशन की धमकी और तानाशाही रवैए के कारण बीएलोज भारी दबाव महसूस कर रहे हैं।
मृतक बीएलोज के परिवारों ने भी सरकारी व्यवस्था पर गंभीर आरोप लगाए हैं। लेकिन शर्म की बात है कि भाजपा सरकार न्याय मांग रहे परिवार को "नेचुरल डेथ" बताकर पल्ला झाड़ रही है। आखिर सरकार बीएलोज पर इतना दबाव क्यों और किस लिए डाल रही है? क्या भाजपा को वोटर लिस्ट में हेराफेरी की कोई ज़बरदस्त जल्दी है? एसआईआर की प्रक्रिया पारदर्शीता और निष्पक्षता के साथ बिना किसी दबाव के होनी चाहिए। साथ ही अनुचित भार डालने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार, मुकेश और हरीओम के परिवार को न्याय सुनिश्चित करें एवं दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।

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