हुस्न की मल्लिकाओं के मकड़जाल में फांसकर गिरोह लोगों को बना रहे हैं ‘हनी ट्रैप’ का शिकार,
एक बार फंस गए तो फिर निकलना भी लगभग नामुमकिन
गिरोह लाखों रुपए लेकर कर लेते हैं राजीनामा, लेकिन बदनामी के दाग हमेशा रहते हैं।
जयपुर। प्रदेश में कुछ गिरोह ऐसे सक्रिय हैं कि उनमें शामिल लोग अब रुपयों के लिए किसी भी हद तक जा रहे हैं। ये व्यापारियों समेत पैसे वालों को फंसाने के लिए हुस्न और फरेब का ऐसा मकड़जाल बनाते हैं कि वे रुपए देने के लिए मजबूर हो जाते हैं। कई बार लोग खुद अपने स्वहित के चलते इन गिरोह के जाल में फंस जाते हैं। इसके बाद अवैध वसूली का धंधा शुरू हो जाता है। किसी से रुपए लिए जाते हैं तो किसी ने सोने-चांदी के जेवर या किसी से जमीन के दस्तावेज हड़प लिए जाते हैं। यदि हनी ट्रैप से आपको बचना है तो पहले सतर्क रहना होगा, किसी के झांसे में नहीं आएं और गलत काम करने से बचें। यदि फिर भी लगता है कि अब ब्लैकमेल कर फंसाया जा रहा है तो तुंरत पुलिस को सूचित करें।
जयपुर केस नम्बर: 01
पहले फंसाया, फिर अपहरण कर मारपीट कर लिए 25 लाख रुपए
तीन माह पहले रवीना नाम की युवती से एक व्यक्ति की मुलाकात हुई। जान-पहचान आगे बढ़ी तो दोस्ती हो गई। 23 दिसम्बर 2024 को रवीना जगतपुरा पुलिया के पास मिली और दोनों गाड़ी में साथ घूमे। गाड़ी में से ही रवीना ने अपने दोस्तों को फोन कर कहा कि उसके साथ छेड़छाड़ की जा रही है। इस पर व्यक्ति ने उसे वापस जगतपुरा पुलिया छोड़ दिया और खुद किसी काम से होटल चला गया। जब वापस आया तो रवीना के साथियोंं ने उस व्यक्ति का अपहरण कर लिया और उसे हनीट्रैप में फंसाने की धमकी देकर 25 लाख रुपए ऐंठ लिए। उसने हिम्मत की और पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। रामनगरिया पुलिस ने तुंरत गैंग के दो बदमाशों हेमन्त मीना (19) और सौरभ मीना को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल रवीना फरार है।
सोजत केस नम्बर: 02
अश्लील बातों और वीडियो कॉल से फंसाती
पाली के सोजत में सोनिया और भावना ने मोबाइल फोन पर अश्लील बातें और विडियो कॉल कर एक युवक को फंसाकर पांच लाख रुपए की मांग की और 80 हजार रुपए ऐंठ लिए। पीड़ित ने परेशान होकर पुलिस से गुहार लगाई तो पुलिस ने तुंरत भावना को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले गिरोह में शामिल रही महिला सोनिया, विनोद, महेन्द्र और ओमाराम को गिरफ्तार किया जा चुका था। भावना फरार हो गई थी। खुलासा हुआ कि विनोद, ओमाराम, परमेश्वर ऐसे लोगों के नम्बर लाते थे जिनसे मोटी रकम वसूली जा सके। इन नम्बरों पर भावना और सोनिया अश्लील बातें और वीडियो कॉल कर फंसाती थीं।
जोधपुर केस नम्बर: 03
फेक आईडी से प्रतिष्ठित लोगों को फंसाते, मांगे एक करोड़ रुपए
फेक इंस्टाग्राम आईडी से युवती के जरिए प्रतिष्ठित लोगों को फांसकर हनीट्रैप किया जाताा था। बालेसर थाना पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि एक युवती के माध्यम से गिरोह के 5-9 लोगों ने एक व्यक्ति को फंसा लिया और युवती के साथ अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें वायरल करने की धमकी देकर 50 लाख रुपए मांगे और 32 लाख रुपए वसूल लिए। इसी गिरोह ने शेरगढ़ के एक व्यापारी को फांसकर एक करोड़ रुपए की डिमांड की। इस गिरोह के सरगना महेन्द्र पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया। टीम ने महेन्द्र सिंह को ब्यावर से दबोच लिया। वह गुजरात भागने की फिराक में था।
किशनगढ़ केस नम्बर: 04
पहले बढ़ाई नजदीकियां, फिर की अश्लील बात और कर लिया हनीट्रैप
रेनवाल में एक महिला ने सात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दी। पीड़ित के पास संगीता नाम की महिला का रात को फोन आया, उसने पहले इधर-उधर की बातें कीं। इसके बाद महिला बार-बार फोन करने लगी। नजदीकियां बढ़ी और फोन पर अश्लील बातें शुरू हो गई। महिला ने खुद के प्लॉट को बेचने की बात कहकर व्यक्ति को चौमूं बुला लिया। महिला और उसके साथी साजिश के तहत उसे होटल में ले गए, जहां शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद व्यक्ति महिला को बाइक पर बैठाकर उसे छोड़ने जा रहा था, तभी रास्ते में दो युवक मिले, उन्होंने मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद दुष्कर्म केस में फंसाकर पांच लाख रुपए मांगे। डेढ़ लाख रुपए नकद और साढ़े तीन लाख रुपए का चैक ले गए।
ऐसे मामलों में सतर्क रहें, सजग रहें और खुद की सुरक्षा स्वयं करें। और फोन आने पर सावधानी बरतें।
यूआर साहू
पुलिस महानिदेशक, राजस्थान
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