GST सुधार : छोटी कारों की कीमतों में भारी गिरावट, ऑटोमोबाइल बाजार में उछाल की उम्मीद
छोटी कारों की कीमतों में 11-13% की कमी
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष साईं गिरधर ने बताया कि राजस्थान का ऑटोमोबाइल बाजार, जो देश के प्रमुख बाजारों में से एक है, जीएसटी सुधारों से काफी लाभान्वित होगा।
जयपुर। भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित जीएसटी सुधारों ने ऑटोमोबाइल सेक्टर में नई जान फूंक दी है। नए जीएसटी ढांचे के तहत टैक्स स्लैब को सरल करते हुए अब केवल दो मुख्य दरें—5% और 18% लागू होंगी, जबकि लक्जरी और सिन वस्तुओं के लिए 40% का स्लैब होगा। यह बदलाव मौजूदा चार स्लैब (5%, 12%, 18%, 28% + सेस) की जगह लेगा, जिससे वाहनों की कीमतों में कमी और बाजार में मांग बढ़ने की उम्मीद है।
छोटी कारों की कीमतों में 11-13% की कमी
नए जीएसटी सुधारों के तहत छोटी कारों (4 मीटर से कम लंबाई, 1200 सीसी तक पेट्रोल या 1500 सीसी तक डीजल) पर जीएसटी दर 28% (प्लस सेस) से घटकर 18% हो जाएगी। इससे इन वाहनों की एक्स-शोरूम कीमतों में 11-13% की कमी आने की संभावना है। उदाहरण के लिए, 6 लाख रुपये की एक्स-शोरूम कीमत वाली कार पर पहले लगभग 1.68 लाख रुपये टैक्स देना पड़ता था, जो अब घटकर 1.08 लाख रुपये हो जाएगा। लक्जरी कारों और एसयूवी (>4 मीटर या >1500 सीसी) पर जीएसटी 45-50% (सेस सहित) से घटकर 40% होगा, जिससे इनकी कीमतों में मामूली राहत मिलेगी। इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) पर जीएसटी दर 5% अपरिवर्तित रहेगी, जो पर्यावरण-अनुकूल वाहनों को बढ़ावा देने की सरकारी नीति को दर्शाता है।
ग्राहकों को मिलेगा बड़ा फायदा
हिंदुस्तान हुंडई के सीईओ के के रॉय ने बताया कि जीएसटी सुधारों से ग्राहकों को सीधा लाभ होगा। छोटी कारों की कीमतों में कमी से मध्यम वर्ग के लिए नई कार खरीदना अधिक किफायती हो जाएगा। उदाहरण के लिए, मारुति सुजुकी स्विफ्ट, हुंडई ग्रैंड i10, या टाटा टियागो जैसी कारों की ऑन-रोड कीमतें कम होने से मांग में तेजी आएगी। साथ ही, डीलरों और निर्माताओं को इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का लाभ मिलेगा, जिससे उनकी लागत कम होगी और यह बचत आंशिक रूप से ग्राहकों तक पहुंच सकती है।
ऑटोमोबाइल बाजार में उछाल की उम्मीद
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के अनुसार, जीएसटी दरों में कमी से ऑटोमोबाइल सेक्टर में 15-20% की वृद्धि हो सकती है, खासकर छोटी कारों और टू-व्हीलर सेगमेंट में। फेस्टिव सीजन (दिवाली और दशहरा) से पहले ये सुधार लागू होने से बिक्री में और तेजी आने की संभावना है। FADA ने सरकार से जल्द से जल्द इन सुधारों को लागू करने की मांग की है, क्योंकि कई ग्राहक कीमतों में कमी की उम्मीद में खरीदारी टाल रहे हैं।
राजस्थान और जयपुर में ऑटोमोबाइल बाजार पर प्रभाव
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष साईं गिरधर ने बताया कि राजस्थान का ऑटोमोबाइल बाजार, जो देश के प्रमुख बाजारों में से एक है, जीएसटी सुधारों से काफी लाभान्वित होगा। FADA के अनुमानों के अनुसार, राजस्थान का ऑटोमोबाइल बाजार वर्तमान में लगभग 25,000-30,000 करोड़ रुपये का है, जिसमें जयपुर का योगदान 30-35% है। नए जीएसटी ढांचे के लागू होने से जयपुर सहित राजस्थान में छोटी कारों और टू-व्हीलर्स की बिक्री में 20-25% की वृद्धि हो सकती है। राजस्थान सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी और स्टेट जीएसटी में छूट की नीति भी इस वृद्धि को और बढ़ावा देगी। खासकर जयपुर जैसे शहरी क्षेत्रों में, जहां मध्यम वर्ग की आबादी अधिक है, किफायती कारों की मांग बढ़ने की संभावना है।
निवेशकों में उत्साह, बाजार में तेजी
जीएसटी सुधारों की घोषणा के बाद ऑटो सेक्टर के शेयरों में भारी उछाल देखा गया। निफ्टी ऑटो इंडेक्स में 3% तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जिसमें मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, और हीरो मोटोकॉर्प जैसे प्रमुख खिलाड़ियों के शेयरों ने मजबूत प्रदर्शन किया। विश्लेषकों का मानना है कि बढ़ी हुई बिक्री से राजस्व में होने वाला नुकसान काफी हद तक कम हो जाएगा।
नई ऊंचाई पर पहुंचेगा मार्केट
जीएसटी सुधार ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है। छोटी कारों और टू-व्हीलर्स की कीमतों में कमी से मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं को फायदा होगा, जबकि जयपुर और राजस्थान जैसे बाजारों में बिक्री में उछाल से डीलरों और निर्माताओं को लाभ होगा। फेस्टिव सीजन में ये सुधार ऑटोमोबाइल उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।

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