विश्व योग दिवस पर विशेष : 2036 में भारत को मेजबानी मिली तो ओलंपिक खेलों में शामिल होगा योग
योग केवल कसरत नहीं, अब खेलों का हिस्सा भी
हम योग, मलखम्ब, खो-खो और कबड्डी जैसे स्वदेशी खेलों पर काम कर रहे हैं, ताकि इनमें से कम से कम दो खेलों को ओलंपिक में शामिल कराया जा सके।
जयपुर। अब तक योग को शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ी विधा माना जाता रहा है लेकिन अब योग केवल कसरत तक सीमित ना रह कर खेलों का भी अभिन्न हिस्सा बन गया है। भारत सरकार ने इसे खेल के रूप में मान्यता दी है। बिहार में हाल ही हुए खेलो इंडिया यूथ गेम्स और उत्तराखंड की मेजबानी में हुए नेशनल गेम्स में तो योग को मेडल इवेंट के रूप में शामिल किया गया। पूर्व ओलंपियन गोपाल सैनी का तो यहां तक कहना है कि 2036 में भारत को मेजबानी मिली तो यह भारतीय खेल ओलंपिक का भी हिस्सा होगा।
क्रीडा भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल सैनी का कहना है कि भारत 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी का दावा करने की तैयारी में है। मेजबान देश को दो खेलों को शामिल करने का अधिकार रहता है। उन्होंने कहा कि अभी दस वर्ष का समय है। हम योग, मलखम्ब, खो-खो और कबड्डी जैसे स्वदेशी खेलों पर काम कर रहे हैं, ताकि इनमें से कम से कम दो खेलों को ओलंपिक में शामिल कराया जा सके।
खेलों में बढ़ता योग का महत्व
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन ने दो साल पहले क्रिकेटरों के लिए फिटनेस ट्रेनिंग कैंप लगाया। इसमें योगा पर विशेष ध्यान दिया गया और खिलाड़ियों ने तब इसकी खूब तारीफ की। हैंडबाल, वॉलीबाल, फुटबाल और अन्य खेलों में भी खिलाड़ियों को फिट रखने के लिए योग कराया जा रहा है। राजस्थान खेल परिषद भी खिलाड़ियों को योग के महत्व को समझा रही है। परिषद की ओर से हाल ही जयपुर में आयोजित केन्द्रीय खेलकूद प्रशिक्षण शिविर के दौरान विशेष रूप से योग और मेडिटेशन की क्लास के जरिए खिलाड़ियों को योग का महत्व समझाया गया।
योग से रह सकते हैं फिट
कोई भी खेल हो, फिटनेस जरूरी है। योग के जरिए खिलाड़ी अपने शरीर और दिमाग में बेहतर तालमेल बैठाकर अच्छे परिणाम दे सकता है। टेनिस, शूटिंग, तीरन्दाजी और गोल्फ जैसे खेलों में जहां सूक्ष्म निर्णय और एकाग्रता बेहद जरूरी है, योग का महत्व देखा जा सकता है। यही नहीं अब तो हम खिलाड़ियों को चोट से उबरने के लिए फिजियोथेरेपी के साथ योगासन भी सिखा रहे हैं। यह एक प्रभावी चिकित्सा पद्धति के रूप में भी उभर रहा है।
-डा. दीपक शर्मा,स्पोर्ट्स फिजियोु
स्पोर्ट्स इंजरी में रिकवरी का बेहतर उपाय
खिलाड़ी को खेल के दौरान लगने वाली चोटों से बचने, उन्हें सहन करने और जल्द रिकवरी के लिए योग सर्वश्रेष्ठ उपाय है। एक योग प्रशिक्षक के रूप में मेरा 20 वर्ष का अनुभव और रिसर्च रहा है और इसे मैंने ऋषिकेष में प्रतिवर्ष लगने वाले अपने फिटनेस कैंप में लागू किया है। नियमित योग से जहां शरीर रोगमुक्त रहता है, वहीं हृदय और फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है। शरीर की चपलता और समन्वय बढ़ने से खेल के दौरान इंजरी की संभावना भी कम रहती है।
-नवेन्दु त्यागी, क्रिकेट कोचु
खिलाड़ियों ने भी बनाया दिनचर्या का हिस्सा
आज के प्रतिस्पर्धी खेल जगत में योग खेल का अभिन्न हिस्सा बन गया है। क्रिकेट हो या फुटबाल, एथलेटिक्स हो या अन्य दीगर खेल, सभी खेलों के खिलाड़ी अपनी एकाग्रता बढ़ाने और शारीरिक संतुलन को बेहतर करने के लिए योग का सहारा ले रहे हैं। पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली से लेकर ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू तक कई नामी खिलाड़ी योग के अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना चुके हैं।

Comment List