आधी रात कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या के लिए आपातकाल लगाया : भजनलाल शर्मा
भाजपा ने लोकतंत्र सेनानियों का आपातकाल की बरसी पर किया सम्मान
जनसंघ के वक्त हमारे राष्ट्रवादी नेताओं ने कैसे देश, लोकतंत्र और संविधान को बचाया, उसकी जानकारी हम आमजन को दे सकें।
जयपुर। आपातकाल के 50 साल पूरे होने के मौके पर जयपुर शहर भाजपा की ओर से जवाहर नगर के माहेश्वरी स्कूल में लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि आधी रात को सत्ता के लिए कांग्रेस ने आपातकाल लगाया। नेताओं और आमजन को जेलों में ठूंस दिया। वो लोकतंत्र की हत्या वाली काली रात देश कभी नहीं भूल सकता। कांग्रेस ने सत्ता के लिए भ्रष्टाचार, परिवारवाद, तुष्टिकरण, तानाशाही को पनपाया। तब लगता नहीं था कि लोकतंत्र बचाने के लिए जेलों से डाले गए लोग बाहर भी आएंगे लेकिन उनका जज्बा था, लोकतंत्र की हत्या नहीं होने दी। देश पर लगे आपातकाल के काले दाग के वक्त की मैं किताबे पढ़ता हूं, उनके दर्द को बयां नहीं कर सकता हूं। यातनाएं झेली, संघर्ष किया। सभी को कहूंगा इन लोकतंत्र सेनानियो के पास जाकर इनसे तब की भयावयता को सुने। ताकि जनसंघ के वक्त हमारे राष्ट्रवादी नेताओं ने कैसे देश, लोकतंत्र और संविधान को बचाया, उसकी जानकारी हम आमजन को दे सकें।
हमारे नेताओ ने जेल में भी सत्याग्रह किये। इन्होंने लोकतंत्र का गला घोटा।
अब ये संविधान बचाने की बात कर रहे है। इन्होंने तो कभी सविधान बनाने वाले का भी सम्मान नहीं किया। सविधान को हमेशा तोड़ा। बाबा साहेब अंबेडकर को प्रताड़ित किया, टिकट तक नहीं दिया गया। सीएम ने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए भाजपा काम करती रही है। मीसा बंदियों को हमने पेंशन दी, कांग्रेस सरकार आते ही बंद कर दी। हमने सरकार बनते ही सबसे पहले मीसा बंदियों को पेंशन देने का काम किया। हमारे कई सीनियर नेता कहते है की हमने धारा 370 और राम मंदिर बनाने के नारे लगाए, आज मोदी शासन में उस सपने को पूरा होते देख रहे है। मोदी सरकार में विकास और आमजन आत्म निर्भर हो रहे है। हम सब आगे भी लोकतंत्र को मजबूत करते रहेंगे। इस मौके पर भाजपा के क्षेत्रीय विधायक, सांसद मंजू शर्मा, पूर्व सांसद रामचरण बोहरा, शहर अध्यक्ष अमित गोयल, पूर्व शहर अध्यक्ष संजय जैन सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
भारत माता की जय बोलने पर जेल में डाल देते थे: मदन राठौड़
मदन राठौड़ ने कहा कि 1971 में इंदिरा गांधी ने सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग कर चुनाव लड़ा था। सरकारी कर्मचारी को चुनाव एजेंट बनाया। कोर्ट ने तब उन्हें अयोग्य ठहराया लेकिन उन्होंने त्यागपत्र नहीं दिया बल्कि देश की संसदीय प्रक्रिया को अक्षम किया। विपक्षी नेताओं को रात में ही गिरफ्तार कर लिया गया। भारत माता की जय बोलने वालो को जेल में ड़ाल दिया गया। अब संविधान बचाने की दुहाई देते हैं। कार्यक्रम में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, सांसद घनश्याम तिवाडी सहित विधायक, सांसद भी मौजूद रहे।
कांस्टीट्यूशनल क्लब में इमरजेंसी दिखाती प्रदर्शनी देखी
इसके बाद कांस्टीट्यूशनल क्लब में भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय. संविधान हत्या दिवस-2025 कार्यक्रम हुआ। इसमें सीएम ने लोकतंत्र सेनानियों से सीधे संवाद भी किया। कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ भी मौजूद रहे। सीएम ने कहा कि तब 1.40 लाख से अधिक सेनानियों को 19 माह जेल में रखा गया। हजारों परिवार टूट गए, बिखर गए थे। सरकार इन्हें 20 हजार पेंशन दे रही है।

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