विधानसभा में हिडन कैमरों के मुद्दे पर गरमाई सियासत : कांग्रेस महिला विधायकों ने निजता हनन का लगाया आरोप, कहा- कैमरों का कंही कोई एक्सिस नही
अभी तक सरकार ने सही जबाव देना उचित नहीं समझा
विधानसभा में हिडन कैमरों के मुद्दे पर सियासत गरमाई हुई है
जयपुर। विधानसभा में हिडन कैमरों के मुद्दे पर सियासत गरमाई हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और पीसीसी चीफ गोविन्द डोटासरा के बाद अब कांग्रेस की महिला विधायकों ने सदन में कैमरों के माध्यम से उनकी निजता के हनन के आरोप लगाए हैं।
विधायक शिमला नायक और गीता बरबड़ ने पीसीसी में मीडिया से बात करते हुए कहा कि विधानसभा में विपक्ष की महिला विधायक जंहा बैठती हैं, वंही एक कैमरा लगा रखा है। उन कैमरों का कंही कोई एक्सिस नही है और हमारी निजी बातें सुनी जाती हैं। कैमरे इतने शार्प हैं कि हम कागज पर भी कोई बात लिखते हैं तो वो डिकोड हो जाता है। हमने हमारी पीड़ा हमारे नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली,पीसीसी चीफ गोविन्द डोटासरा और अन्य नेताओं को बताई तो विपक्ष ने सदन में आपत्ति दर्ज कराई। हमारे सवालों काजबाव देने की जगह इनके मुख्य सचेतक और मंत्री ऐसे जबाव दे रहे हैं, जिनकाकोई मतलब नहीं है।
सचेतक बोलते हैं कि यह कोई आपका बैडरूम या बाथरूम नहीं है तो क्या बेडरूम और बाथरूम में ही निजता होती है। सरकार ने हमारी आपत्तियों पर अभी तक सही जबाव देना उचित नहीं समझा है। कैमरे लगे होने पर अगली बारसदन की कार्यवाही में शामिल होने के सवाल पर कहा कि इस बारे में हमारे नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ नेता बैठकर तय करेंगे।

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