यूपीएससी परिणाम : जयपुर के अभिषेक सेहरा को मिली 366वीं रैंक, अलवर के ईरा जोरवाल ने तीसरे प्रयास में 450वीं और सची शर्मा ने हासिल की 550वीं रैंक
लॉकडाउन का सकारात्मक उपयोग
जयपुर के सिरसी रोड स्थित पांच्यावाला निवासी हर्ष डाबरिया ने 685वीं रैंक प्राप्त कर अपने क्षेत्र और परिवार का नाम रोशन किया है।
जयपुर। संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सर्विसेज मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित किया है। इस साल राजस्थान के 25 से अधिक अभ्यर्थियों ने यूपीएससी की परीक्षा पास की है। जयपुर के जगतपुरा निवासी अभिषेक सेहरा ने यूपीएससी की परीक्षा में 366वीं रैंक हासिल किया है। अलवर जिले के रोनीजाथान गांव की ईरा जोरवाल ने तीसरे प्रयास में 450वीं रैंक प्राप्त की और अलवर की बेटी सची शर्मा ने यूपीएससी की परीक्षा में 550वीं रैंक लाकर सफलता हासिल की है।
प्रतिदिन करीब 10 घंटे की पढ़ाई की : अभिषेक ने बताया कि प्रतिदिन करीब 10 घंटे की पढ़ाई करता था। पढ़ाई से हफ्ते में एक दिन की छुट्टी लेकर खुद पर काम करता था। आईआईटी मंडी से बीटेक की पढ़ाई की है। मेरे पिता रिटायर्ड डॉक्टर है, उनसे ही जनसेवा की प्रेरणा मिली। मुख्य परीक्षा से पहले घर से बाहर निकलना बंद कर दिया था।
सची का सम्मान : अखिल भारतीय हरियाणा गौड़ ब्राह्मण समाज के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कैलाश चन्द बसवाला और समाज बंधुओं ने सची शर्मा को सम्मानित किया। कैलाश चन्द ने कहा कि सूची शर्मा ने सफलता संघर्ष, समर्पण और आत्मविश्वास की एक मिसाल है।
लॉकडाउन का सकारात्मक उपयोग
ईरा जोरवाल ने कहा कि लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत निरंतर हो तो कठिन परिस्थितियां भी रास्ता रोक नहीं सकती। उन्होंने कोविड महामारी के दौरान लॉकडाउन का सकारात्मक उपयोग करते हुए पढ़ाई की और आईएएस की तैयारी को एक साथ अंजाम दिया। उनके माता-पिता दोनों सरकारी सेवा से जुड़े हैं और उनका पूरा परिवार शिक्षा एवं सेवा मूल्यों में रचा-बसा है।
पांच्यावाला के हर्ष डाबरिया ने 685वीं रैंक
जयपुर के सिरसी रोड स्थित पांच्यावाला निवासी हर्ष डाबरिया ने 685वीं रैंक प्राप्त कर अपने क्षेत्र और परिवार का नाम रोशन किया है। हर्ष एक आईआईटियन हैं और उनके पिता डॉ. राजेन्द्र डाबरिया महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज में ईएनटी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर हैं। वहीं, उनकी माता पूजा वर्मा व्याख्याता हैं।
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