पुलिस में गहराया कागज का संकट: मांगा 6 करोड़ का बजट मिले 3 करोड़

औसतन एक केस में खर्च होते हैं लगभग 370 पेज

पुलिस में गहराया कागज का संकट: मांगा 6 करोड़ का बजट मिले 3 करोड़

केस के निपटारे तक औसतन एक केस में कागज के करीब 370 पेज खर्च होते है और पुलिस की दूसरी ब्रांचों तथा कार्यालयों में भी कागज की जरूरत होती है।

जयपुर। प्रदेश पुलिस में कागज का संकट गहराया हुआ है। पुलिस मुख्यालय ने कागज की पूर्ति के लिए करीब 6 करोड़ रुपये का बजट मांगा था जिसमेॆ से केवल 3 करोड़ मिले है। देखा जाए तो एफआईआर दर्ज करने से लेकर केस के निपटारे तक औसतन एक केस में कागज के करीब 370 पेज खर्च होते है और पुलिस की दूसरी ब्रांचों तथा कार्यालयों में भी कागज की जरूरत होती है।  

 

एक नजर में हालात

 - एडीजी पुलिस कल्याण की ओर से राज्य सरकार को कागज की रिम के लिए बजट देने का प्रस्ताव भेजा गया है।

Read More Weather Update : दिन में आसमान साफ रहने से तेज धूप, फिर से छाएंगे बादल ; सर्दी का असर कम

 - प्रस्ताव के अनुसार पुलिस को स्टेशनरी के लिए उपलब्ध कराया जा रहा बजट वर्तमान आवश्यकताओं की तुलना में कम है।

Read More गुजरात में 6 साल की बच्ची से दरिंदगी : रेप में नाकाम रहने पर गुप्तांग में डाली रॉड, आरोपी गिरफ्तार

 - पुलिस थानों, चौकियों, आईजी रेंज, कमिश्नरेट, एसपी, एएसपी, डीएसपी कार्यालयों के अलावा पीएचक्यू में एडीजी के अधीन 20 अलग-अलग शाखाएं हैं।

Read More दिल्ली महारैली तैयारियों को लेकर जयपुर कांग्रेस की बैठक कल पीसीसी मुख्यालय पर बैठक

 - क्राइम, इंटेलीजेंस, एटीएस-एसओजी की चौकियों यूनिट्स, आरएसी मुख्यालय, कंपनी कार्यालयों में कामकाज के दौरान परेशानी हो रही है।

 - खुद पुलिस अधिकारी मान रहे हैं कि पर्याप्त स्टेशनरी के आवंटन नहीं होने से पुलिस थानों या अन्य जगह परिवादियों से कागज रिम मांगने की शिकायतें पुलिस मुख्यालय तक पहुंची है।

 - राजस्थान में वर्ष 2020-21 में राज्यभर में आईपीसी के तहत 1 लाख 93 हजार 230 केस तहत दर्ज किए गए हैं।

 -  इसी तरह 670 प्रकरण स्पेशल लॉकल एक्ट में दर्ज किए गए हैं।

 - आईपीसी के एक केस के पूर्ण अनुसंधान पर औसतन 370 पेज (एक रिम का 74 प्रतिशत) लगते हैं।

 - स्पेशल लोकल एक्ट के एक केस के पूर्ण अनुसंधान पर 200 पेज (एक रिम का 40 प्रतिशत) की जरूरत होती है।

 - थानों, चौकियों, डीएसपी, एएसपी, एसपी कार्यालयों में परिवादों, मर्ग आदि की जांचों में प्रत्येक जांच पर औसतन 200 पेज आवश्यक होते है।

 - फील्ड यूनिटों में दर्ज केसों, आपराधिक घटनाओं, कानून-व्यवस्था संबंधी मामलों तथा साम्प्रदायिक घटनाओं पर यूनिटों द्वारा राज्य सरकारपुलिस मुख्यालय को हर रोज कई रिपोर्ट भेजती है। ऐसी प्रत्येक रिपोर्ट पर औसतन 50 पेजों की आवश्यकता होती है।

 - पुलिस प्रिंटिंग प्रेस में रोजनामचा, जुरायम रजिस्टर, विभिन्न फाॅर्म, बुक सहित अन्य स्टेशनरी मुद्रित करवाई जाती है।

 - इसके लिए पुलिस प्रिंटिंग प्रेस प्रतिवर्ष 5000 रिम175 X 27 तथा 4000 रिम 18 X 22"   साइज के पेपर की जरूरत होती है।

 - पुलिस मुख्यालय की विभिन्न शाखाओं के लिए 3000 रिमें FS Size 3500 रिमें A-4 Size  की औसतन आवश्यकता होती है।

 - पीएचक्यू ने इन सब कागजों के लिए छह करोड़ 4 लाख रुपए का बजट मांगा है।

- गृह विभाग से प्रकरण वित्त विभाग भिजवाया जा रहा है।

 

Post Comment

Comment List

Latest News

पहले झुकी और अगले ही पल चूमने लगी जमीन, तेज हवा से तिनके की तरह उड़ गई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की रेप्लिका, मूर्ति के गिरते ही मची भगदड़ पहले झुकी और अगले ही पल चूमने लगी जमीन, तेज हवा से तिनके की तरह उड़ गई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की रेप्लिका, मूर्ति के गिरते ही मची भगदड़
ब्राजील के गुआइबा शहर में सोमवार, 15 दिसंबर 2025 को आए तेज आंधी-तूफान ने भारी तबाही मचाई। इस दौरान लगभग...
नेशनल हेराल्ड मामला: अदालत ने गांधी परिवार को एफआईआर की कॉपी देने से किया इनकार
UNSC में भारत की पाकिस्तान का दो टूक, कहा-जम्मू कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न हिस्सा थे और रहेंगे…’ सिंधु जल संधि और इमरान खान को लेकर बोला तीखा हमला
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इथियोपिया के आधिकारिक दौरे पर, इन अहम मुद्दों पर होगी चर्चा
सोनिया गांधी ने उठाया संसद में महिला कर्मियों का मुद्दा, मानदेय बढाने और सामाजिक सुरक्षा की मांग की
ग्लोबल वायदा बाजार की नरमी के असर : दोनों कीमती धातुओं में गिरावट, जानें क्या है भाव
विपक्ष के विरोध के बीच "बीमा विधि संशोधन विधेयक-2025" लोकसभा में पेश