इजरायल ने 44 दिनों में युद्धविराम का किया 500 बार उल्लंघन, सैकड़ों फिलीस्तीनियों की मौत
गाजा में इजरायल पर युद्धविराम उल्लंघन के आरोप तेज
हमास नियंत्रित गाजा प्रशासन ने दावा किया है कि इजरायल ने 24 घंटे में 27 हमले कर छह हफ्ते पुराने युद्धविराम का उल्लंघन किया। हमलों में बच्चों सहित 24 फिलिस्तीनी मारे गए। इजरायल का कहना है कि कार्रवाई हमास के हमले के जवाब में की गई। दोनों पक्षों के आरोपों से तनाव और बढ़ गया है।
तेल अवीव। गाजा में हमास नियंत्रित सरकार ने आरोप लगाया है कि इजरायल ने पिछले 24 घंटे में कम से कम 27 भयानक हमले किए हैं। गाजा में हमास सरकार के मीडिया ऑफिस के मुताबिक, 10 अक्टूबर को सीजफायर लागू होने के बाद से इजरायल ने 44 दिनों में कम से कम 497 बार गाजा में सीजफायर तोड़ा है, जिसमें सैकड़ों फिलिस्तीनी मारे गए हैं। हमास ने आरोप लगाया है कि हमलों में करीब 342 आम लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर बच्चे, औरतें और बूढ़े हैं।
हमास ऑफिस ने शनिवार को एक बयान में कहा कि हम इजरायली कब्जा करने वाले अधिकारियों द्वारा सीजफायर समझौते के लगातार गंभीर और सिस्टमैटिक उल्लंघन की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। हमास ऑफिस ने कहा है कि ये उल्लंघन इंटरनेशनल मानवीय कानून और समझौते से जुड़े मानवीय प्रोटोकॉल का खुला उल्लंघन हैं। इन उल्लंघनों में से 27 शनिवार को किए गए हैं, जिसमें 24 लोग मारे गये हैं और 87 घायल हुए। हमास ऑफिस ने यह भी कहा कि इजरायल सीजफायर उल्लंघनों से होने वाले मानवीय और सुरक्षा नतीजों के लिए पूरी तरह जिम्मेदार है। दावा किया गया है कि इजरायल, पूरी तरह से तबाह हो चुके इलाकों में दवाई और जरूरी मेडिकल सप्लाई को बार बार रोक रहा है।
इजरायल पर युद्धविराम उल्लंघन का आरोप
रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल की सेना ने गाजा में हवाई हमलों की एक लहर शुरू कर दी, जिसमें बच्चों समेत कम से कम 24 फिलिस्तीनी मारे गए। यह युद्धग्रस्त इलाके में छह हफ्ते पुराने सीजफायर का सबसे नया उल्लंघन है। वहीं, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस ने कहा कि ये नए हमले तब किए गए जब हमास के एक लड़ाके ने गाजा की तथाकथित येलो लाइन के अंदरम इजरायली सैनिकों पर हमला किया। इजरायली सेना का कहना है कि शनिवार को हुए हवाई हमले एक घटना के जवाब में किए गए, जिसमें कथित रूप से एक हमास सदस्य ने इजराइली सैनिकों पर हमला किया था। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने दावा किया कि इन अभियानों में हमास के पांच सीनियर लड़ाकों को मार गिराया गया। लेकिन हमास ने इस घटना को बहाना बताते हुए दावे पर सवाल उठाए हैं। हमास के सीनियर लीडर इज्जत अल-रिशेक ने मध्यस्थों और अमेरिकी प्रशासन से इजरायल पर दबाव डालने की अपील की है।
उसने कहा कि, समझौता तोड़ने के लिए इजरायल रसंहार का सहारा ले रहा है। उन्होंने यह भी खारिज किया कि हमास ने संघर्ष विराम समाप्त किया है। उन्होंने कहा कि, इजराइल ही रोजाना और योजनाबद्ध तरीके से संघर्ष विराम की शर्तों का उल्लंघन कर रहा है। अल जजीरा के रिपोर्टर तारेक अबू अज्जूम ने गाजा सिटी से रिपोर्ट करते हुए कहा कि, यह युद्धविराम वास्तव में सिर्फ नाम का समझौता है, क्योंकि हवाई हमले और सैन्य गतिविधियां अब भी जारी हैं और लोगों की सुरक्षा का भरोसा बुरी तरह टूट चुका है।
इजरायल पर कैदियों को टॉर्चर करने का आरोप
इस बीच, गाज फोरेंसिक एविडेंस विभाग ने अंतरराष्ट्रीय संगठनों से समर्थन की मांग की है, क्योंकि इजरायल की तरफ से लौटाए गए 330 शवों में से सिर्फ 90 की पहचान ही संभव हो पाई है, जिनमें कई पर यातना, विकृति और कथित फांसी के निशान मिले हैं। विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि प्रयोगशालाओं और डीएनए परीक्षण उपकरणों की भारी कमी के कारण पहचान प्रक्रिया बाधित हो रही है। गाजा प्रशासन का कहना है कि इजरायल ने समझौते में शामिल येलो लाइन सीमा से पश्चिम की ओर आगे बढ़ते हुए सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है। जिससे और अधिक इलाकों पर नियंत्रण स्थापित कर लिया गया है।

Comment List